विकास समिति चैनपुरा के तत्वाधान में युवा शक्ति चैनपुरा द्वारा आयोजित “रिले ध्वजा चैनपुरा” चैनपुरा गांव ठाकुर जी का मंदिर से हुणगाव मंदिर तक दिनांक 20 अक्टूबर 2024 रविवार प्रातः 8:15 बजे से रवाना होगी। यह कार्यक्रम पिछले कई सालों से चला आ रहा है।
“रिले ध्वजा चैनपुरा” चैनपुरा गांव में ध्वजा फहराने की एक निरंतर प्रक्रिया को दर्शाया जाता है। रिले ध्वजा का तात्पर्य यह है कि ध्वज को लगातार बिना किसी बाधा के एक निश्चित अवधि तक फहराया जाता है।
इस प्रकार के आयोजनों का उद्देश्य राष्ट्रीय गर्व, एकता और सामुदायिक भावनाओं को प्रकट करना होता है। चैनपुरा में यह कार्यक्रम विशेष रूप से इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ग्रामीण समुदाय के लोगों को एक साथ लाकर देशभक्ति और सांस्कृतिक एकता को मजबूत करता है। रिले ध्वजा कार्यक्रम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ध्वज न केवल गांव की शान बना रहे, बल्कि हर व्यक्ति इसमें सक्रिय रूप से हिस्सा ले और राष्ट्रीय गर्व की भावना को अनुभव करे।
ऐसे आयोजन में गांव के विभिन्न वर्गों के लोग बारी-बारी से ध्वज को संभालते हैं ताकि यह प्रत्येक कभी नीचे ना हो यह कार्यक्रम न केवल ध्वज के प्रति सम्मान को दर्शाता है बल्कि यह पूरे समुदाय के सहभागिता और उनकी एकजुटता को भी प्रकट करता है।
रिले ध्वजा पोस्टर विमोचन कार्यक्रम दिनांक 18 अक्टूबर 2024 शुक्रवार शाम 9 बजे को ठाकुर जी का मंदिर चैनपुरा गांव में रखा गया है और सभी युवा शक्ति के साथियों को निमंत्रण भी दिया गया है।
रिले ध्वजा कार्यक्रम
युवा शक्ति चैनपुरा द्वारा आयोजित “रिले ध्वजा चैनपुरा” चैनपुरा गांव ठाकुर जी का मंदिर से हुणगाव मंदिर तक दिनांक 20 अक्टूबर 2024 रविवार प्रातः 8:15 बजे से रवाना होगी।
चैनपुरा गांव के बारे में
चैनपुरा गांव राजस्थान के जोधपुर जिले में स्थित है। यह एक छोटा और शांतिपूर्ण गांव है जो अपनी सांस्कृतिक धरोहर और पारंपरिक जीवन शैली के लिए प्रसिद्ध है। राजस्थान के इस हिस्से में बसे चैनपुरा के प्राकृतिक सुंदरता और वहां के लोगों की सादगी इसे एक विशेष स्थान बनाती है। यह गांव मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है और यहां के लोग पारंपरिक खेती के साथ-साथ पशुपालन में भी संलग्न रहते हैं।
चैनपुरा गांव की जनसंख्या सीमित है लेकिन यहां के लोग आपस में जुड़े रहते हैं और सहयोग तथा सामुदायिक भावना से परिपूर्ण होते हैं त्योहार और मेलों का आयोजन यहां पर बड़े ही धूमधाम से किया जाता है। जिससे स्थानीय संस्कृति और परंपराओं का भरपूर प्रदर्शन होता है चाहे होली हो, दीपावली हो या फिर गणगौर या फिर गैर हो हर त्यौहार गांव के लोगों को एक साथ लाता है और उनकी एकता का प्रत्येक बनता है।
कुल मिलाकर चैनपुरा गांव जोधपुर के जिले में एक आदर्श ग्रामीण क्षेत्र है पारंपरिक जीवन शैली और आधुनिकता के बीच एक संतुलन देखा जा सकता है।