Ramdham Kherapa Jodhpur

खम्मा घणी दोस्तों आपका स्वागत है हमारे न्यू ब्लॉक के अंदर और आज हम बात करने वाले हैं। राजस्थान के जोधपुर जिले में स्थित राम धाम खेड़ापा जो की एक प्राचीन धार्मिक स्थल है। जो अपनी आध्यात्मिक महत्ता और सुंदर वास्तुकला के लिए बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है। यह धाम भगवान श्री राम को समर्पित है और यह का शांत वातावरण हर किसी को आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करवाता है। ऐसा माना जाता है कि यह स्थान भक्तों की सभी मनोकामनाए पूरी करता है और यह आने वाले लोगों को मानसिक शांति भी मिलती है। रामधाम खेड़ापा जोधपुर से लगभग 80 किलोमीटर दूर है यहां पहुंचने के लिए सड़क मार्ग का सबसे उपयुक्त माना जाता है।
रामधाम खेड़ापा के प्रथम आचार्य रामदास जी महाराज का जन्म विक्रम संवत 1783 को फाल्गुन कृष्ण पक्ष के 13 शिवरात्रि को बीकमकोर वर्तमान भीमकोर जोधपुर में हुआ था।श्री रामदास जी महाराज बाल्यकाल में ही आध्यातिम्क खोज में लग जाने के कारण विक्रम संवत 1809 के वैशाख शुक्ल ग्यारस के दिन रामस्नेही संप्रदाय के शीतल पेट पर विराजित पिठाचार्य हरीरामदास महाराज से दीक्षा ग्रहण की।

रामधाम खेड़ापा के आचार्य की सूची

  • गोविंदराम शास्त्री
  • पुरुषोत्तमदास महाराज
  • हरिदास महाराज
  • केवलाराम महाराज
  • लालदास महाराज
  • हरलालदास महाराज
  • अर्जुनदास महाराज
  • पूरणदास महाराज
  • दयालुदास महाराज
  • रामदास महाराज
रामधाम खेड़ापा जाने से पहले आपको राम धाम खेड़ापा पोल के अंदर से गुजरना होता है। उसके बाद रामधाम खेड़ापा का मंदिर आ जाता है। वहां पर मंदिर के अंदर जाने से पहले श्रद्धालु द्वारा दंडवत प्रणाम किया जाता है जो कि अपने आप में एक भक्ति भाव को प्रकट करता है।
रामधाम खेड़ापा वहां पर श्रद्धालुओं द्वारा छोटे-छोटे पत्थर से मकान भी बनाए जाते हैं। माना जाता है कि जो श्रद्धालु वहां पर छोटे पत्थरो से मकान बनाता है तो उसका अपना मकान भी बहुत जल्दी ही बन जाता है जोकि अपने आप में अद्भुत है। रामधाम खेड़ापा के अंदर श्री दयाल गुफा एवं राम छतरी भी है यह पर महापुरुषों की पवित्र तपोस्टली है इस पवित्र स्थान पर ज्यादा से ज्यादा समय राम सुमरण में लगाना चाहिए।
यहां पर दो बड़े-बड़े कुंड भी है जो की एक कुंड महिलाओं के लिए और दूसरा पुरुषों के लिए जहां पर श्रद्धालुओं द्वारा स्नान किया जाता है।
रामधाम खेड़ापा के अंदर होली के त्यौहार के समय वहां पर बनी एक पत्थर की कुंडी को पानी के अंदर तेराया जाता है। जो कि अपने आप में एक अद्भुत नजारा होता है। जो की हजारों श्रद्धालुओं द्वारा देखा जाता है। राम धाम खेड़ापा के अंदर रोजाना हजारों श्रद्धालुओं के लिए प्रसादी की भी व्यवस्था की जाती है। वह भी राम धाम खेड़ापा के द्वारा जोकि अपने आप में एक आश्चर्यजनक है। इतने श्रद्धालुओं की प्रसादी की व्यवस्था करना वहां के संतों और स्थानीय लोगों के द्वारा किया जाता है और कभी-कभी श्रद्धालुओं द्वारा भी सेवा दी जाती है।

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